◆मुख्यमंत्री ने की खेल एवं युवा मामले विभाग की समीक्षा राजस्थान का युवा बेहद प्रतिभाशाली, खेलों में उपलब्ध करवाएंगे
◆बजटीय घोषणाओं की नियमित मॉनिटरिंग करते हुए समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करें अधिकारी
जयपुर/जालोर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान का युवा बेहद प्रतिभाशाली है तथा यहां की खेल प्रतिभाओं में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन की क्षमता है। राज्य सरकार द्वारा खेल क्षेत्र में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की जा रही हैं जिससे खिलाड़ी प्रदेश का नाम गौरवान्वित करें। प्रदेश को खेलों में अग्रणी बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
श्री शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में खेल एवं युवा मामले विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि युवाओं के सर्वांगीण विकास एवं खेलों को बढ़ावा देने के लिए की गई सभी बजटीय घोषणाओं का समयबद्ध एवं प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए जिससे इन घोषणाओं एवं योजनाओं का फायदा हमारे प्रदेश के युवाओं एवं खिलाड़ियों तक जल्द से जल्द पहुंचे।
◆शीघ्र लाएंगे युवा एवं खेल नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के सर्वांगीण विकास, उन्हें प्रोत्साहित करने तथा उनकी समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही युवा नीति लाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण में भी खेलों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। प्रदेश में प्रत्येक स्तर पर खेलों के प्रोत्साहन के लिए समुचित वातावरण तैयार किया जा रहा है। खेल के बुनियादी ढांचे के साथ विज्ञान, विश्लेषण, काउंसलिंग तथा पोषण को समावेश करते हुए खेल नीति-2024 भी तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन दोनों नीतियों को अंतिम रूप देते हुए आवश्यक कार्यवाही शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
◆‘खेलो राजस्थान’ से स्थानीय स्तर की प्रतिभाओं को मिलेगा मंच
श्री शर्मा ने कहा कि ‘खेलो इंडिया’ यूथ गेम्स की तर्ज पर ‘खेलो राजस्थान’ यूथ गेम्स आयोजित करवाए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर की प्रतिभाओं को तराशा जाएगा। ग्रामीण युवाओं को खेल प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने की दृष्टि से प्रथम चरण में 10 हजार की आबादी वाले 163 ग्राम पंचायतों का चयन किया जा चुका है। यहां ओपन जिम एवं खेल मैदान बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इनके निर्माण के साथ उचित रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य राज्यों से समन्वय स्थापित कर खेलों के क्षेत्र में वहां चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, नीतियों, नवाचारों का अध्ययन करें जिससे राजस्थान को इनका अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
◆मिशन ओलंपिक 2028 से खिलाड़ियों को तैयारियों के लिए मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का नाम खेल के क्षेत्र में उन्नति के शिखर पर ले जाने के लिए मिशन ओलंपिककृ 2028 की शुरूआत की गई है। इसके माध्यम से प्रदेश के 50 सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ओलम्पिक खेलों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए जयपुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फोर स्पोर्ट्स का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे शीघ्र पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद एवं राजस्थान युवा बोर्ड की कार्यप्रणाली, प्रत्येक संभाग पर युवा साथी केन्द्र स्थापित करने, महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने, टारगेट ओलंपिक पोडियम (टीओपी), राज्य युवा महोत्सव, पदक विजेताओं को आउट ऑफ टर्न नियुक्ति सहित विभिन्न विषयों की समीक्षा भी की।
बैठक में शासन सचिव खेल एवं युवा मामले डॉ. नीरज के पवन ने विभाग की बजटीय घोषणाओं की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान खेल एवं युवा मामले मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री शिखर अग्रवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री आलोक गुप्ता सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।