◆ ग्राम पंचायत ने गुजरात ले जाने के लिए जारी किया अनापत्ति पत्र
जावाल । राजस्थान सरकार हो या केंद्र सरकार करोड़ो रुपए खर्च कर एक पेड़ मां के नाम लगाने की लिए तरह तरह के अभियान चलाकर पर्यावरण के लिए पेड़ लगाए जाते है। लेकिन जावाल ग्राम पंचायत में सरकार की योजनाओं की धज्जियाँ उड़ा कर दर्जनभर विशाल हरे पेड काटने में आमदा हैं। जावाल कस्बे के गोल रोड पर नाला निर्माण के लिए बीच में आ रहे करीब दर्जनभर से अधिक पेड़ो को रसूखदारों के सह पर अंधाधुंध काटा गया है। सिरोही तहसील से नाला निर्माण में बाधा बन रहे चार पेड़ काटने की अनुमति जरूर ली गई ,पर मौके पर दर्जन से अधिक विशाल पेड़ो को काटा गया। और उस पर कोई कारवाई न होना पूरे गांव में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। की आखिर ग्राम पंचायत किस के दवाब में अनुमति से ज्यादा पेड़ काटने पर कोई कारवाही करना उचित नहीं समझा है। अनुमति से ज्यादा पेड काटने पर्यावरण काफी नुक्सान पहुंचा है। ग्रामीणों ने बताया कि एक पेड बड़ा होने में वर्षों लग जाते है और पंचायत ने अनुमति से अधिक दर्जन से अधिक पेड कटवाकर पर्यावरण को भारी नुकशान पहुंचाया गया है।


◆तहसीलदार ने दी पंचायत को चार पेड़ो की अनुमति दरअचल जावाल पंचायत प्रशासक ने तहसीलदार से नाला निर्माण के बीच बाधा दे रहे चार पेड़ की 16 सितम्बर 2025 को अनुमति ले रखी है । लेकिन मौके पर करीब दर्जन से अधिक पेड़ो की कटाई की गई है । ऐसे में पर्यावरण काफी नुकसान पहुंचा है ।
◆ ग्राम पंचायत ने दी गुजरात ले जाने की अनुमति
जावाल में नाला निर्माण के लिए तहसील से चार पेड काटने की अनुमति को दरकिनार कर एक दर्जन से अधिक पेड़ो को काटे गये। अब जावाल ग्राम पंचायत ने परिवहन करने के लिए करीब दर्जन पेड़ो को काटकर गुजरात ले जाने के लिए गत सत्रह अक्टूम्बर को परमिशन दी।
