सिरोही. (रमेश टेलर)
7 सितंबर 2025 को इस वर्ष का पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत सहित पूरी दुनिया में दिखाई देगा। खगोलविद डॉ. चन्द्रेश घनश्याम जोशी (PhD) ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले यानी दोपहर 12:57 बजे से शुरू होगा। सूतक काल में भोजन करना निषिद्ध माना गया है।
डॉ. जोशी के अनुसार, इस बार ग्रहण की अवधि 3 घंटे 28 मिनट की रहेगी।
ग्रहण स्पर्श: रात्रि 9:58 बजे
ग्रहण मध्य: रात्रि 1:26 बजे
ग्रहण मोक्ष: तड़के 1:26 बजे के बाद
उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए, जबकि बुजुर्ग और बच्चे आवश्यकता अनुसार दवा ले सकते हैं। ग्रहण काल में एक ही स्थान पर बैठकर भगवान का स्मरण और मंत्र जप करना कल्याणकारी होगा।
कर्क, कन्या और मीन राशि वालों के लिए ग्रहण कष्टप्रद माना गया है। वहीं ग्रहण के प्रभाव से प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, बाढ़, बादल फटना, अत्यधिक बारिश की संभावना जताई गई है। इसका असर भारत के उत्तर भारत, बंगाल, ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान (पूर्वी भाग) सहित विदेशों में जापान, मिडिल ईस्ट, अमेरिका और साउथ अफ्रीका तक देखा जा सकता है।
ग्रहण समाप्ति के बाद चावल, सफेद वस्त्र, पानी, शक्कर और घी दान करना शुभ माना गया है। इसके अलावा “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप विशेष रूप से कल्याणकारी रहेगा।
