सिरोही (रमेश टेलर)जिले के पिंडवाडा तहसील के ग्राम केरला पादर में एक सडक हादसे में गंभीर घायल हुए युवक ने इलाज के दौरान पैर का ऑपरेशन नही होने और घायल ने डॉक्टर पर 30 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया है। परेशान युवक कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अनशन पर बैठ गया। दरअसल जिला अस्पताल में 15 दिन भर्ती रहने के बाद भी उसका ऑपरेशन नहीं किया गया। पिंडवाडा तहसील के केरला पादर निवासी भीखाराम गरासिया ने बताया कि गत 9 अक्टूबर की शाम को केरला पादर में मेरा एक्सीडेंट हो गया था। इलाज के लिए मुझे सिरोही अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर लाया गया। जहां डॉक्टर मोहनलाल निठारवाल ने मेरा इलाज शुरू किया। इस दौरान डॉक्टर ने मेरे पैर का ऑपरेशन करने की बात कही। ऑपरेशन के लिए डॉक्टर निठारवाल ने मुझसे 30 हजार रुपए मांगेने का आरोप लगाया।।
पीड़ित भीखाराम ने बताया कि मैंने डॉक्टर से कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। हम आदिवासी हैं, हमारे पास इतना पैसा कहां से आया। मेहनत मजदूरी करके पेट पालने वाला आदमी हूं। इस पर डॉक्टर ने कहां की अभी 3 हजार रूपए जमा करा दो बाकि ऑपरेशन के समय जमा करा देना। इस पर मेरी पत्नी ने 3 हजार रुपए डॉक्टर को दे दिए। डॉक्टर ने मुझे 22 अक्टूबर तक अस्पताल में भर्ती रखा पर ऑपरेशन नहीं किया।