जालोर-राजस्थान जालौर जिले की भीनमाल पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है आरोपी खातेदारी भूमि को अपनी बताकर मासिक किस्तों में बेचने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपए हड़प कर फरार हो गया था मामले में एसपी ज्ञानचन्द्र यादव के निर्देशानुसार जिले में वांछित अभियुक्तों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु चलाये जा रहे धरपकड़ व गिरफ्तारी अभियान के भीनमाल थानाधिकारी रामेश्वर भाटी मय पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए आरोपी रतनसिंह पुत्र उम्मेदसिंह राजपुत निवासी केशव नगर 2 बासनी जोधपुर को पुलिस टीम द्वारा जोधपुर से दस्तयाब कर पुछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
थानाधिकारी रामेश्वर भाटी ने बताया कि आरोपी ने भीनमाल बी में खसरा संख्या 2884 कुल 18 बीघा जमीन को अपनी खरीदसुदा बताकर परिवादियों से मासिक किस्त के रूप में रूपये प्राप्त कर बैचान करना व भुखण्ड सुपुर्द नहीं कर परिवादीयों के साथ धोखाधडी करना वगैरा, इसी प्रकार अभियुक्त रतनसिंह द्वारा अन्य लोगों के साथ भी उपरोक्त योजना अनुसार कस्वा भीनमाल में भुखण्ड बेचकर रूपये प्राप्त करना जिसके संबंध में कुल 05 और परिवादीयों ने प्रकरण दर्ज करवाये गये है, जिनका भी अनुसंधान जारी है। ग्राम भीनमाल में 72 जिनालय के पीछे रतन वाटिका के प्लोट बनाकर जमीन को अपनी खरीदसुदा बताकर परिवादियों से मासिक किस्त के रूप में रूपये प्राप्त कर बैचान करना व भुखण्ड सुपुर्द नहीं कर परिवादियों के साथ धोखाधडी करना, जिसका प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान जारी है। पुर्व में भी अभियुक्त रतनसिंह के विरूद्ध थाना भीनमाल के 07 प्रकरणों में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर नतिजा चालान पेश किया जा चुका है, जो न्यायालय में विचाराधीन है।
पुलिस के अनुसार आरोपी रतनसिंह द्वारा रतन प्रोपॉर्टी प्राईवेट लिमिटेड बासनी, जोधपुर नाम से कस्बा भीनमाल में ऑफिस खोलकर प्रचार-प्रसार कर कस्बा भीनमाल में लोगों को आवासीय भूखंड खरीदने की किस्तों में रूपये जमाने करवाने का लालच देकर 05 साल में रूपये पुर्ण जमा करवाने की गांरटी देकर लोगों के साथ छल कपट कर आवासीय भूखंड का बेचाननामा कर माह जनवरी वर्ष 2017 से लगातार रूपये किस्तों में प्राप्त कर खातेदारी भूमि को अपनी खरीदसुदा बताकर प्लोटों का नक्शा बनाकर रूपये हडप कर धोखाधड़ी करना एवं रतन प्रोपॉर्टी का कार्यालय बंद कर फरार होना। इसी प्रकार धोखाधडी कर आवासीय घर के रूपये हडपकर भीनमाल कस्बा में स्थित ऑफिस को बंद कर फरार हो गया और ईकारनामा में दर्शायी भूमि का रेकर्ड के मुताबिक मालिकाना हक भी नहीं रखता है, भूमि भी एसटी सदस्य की खातेदारी भूमि कृषि भूमि दर्ज है, आरोपी ने इस प्रकार भूमि रूपान्तारण भी नही करवाया हुआ है, फिर भी आबादी भूमि दर्शाकर फर्जी एग्रीमेंट करके भोले-भाले गरीब लोगो के साथ एग्रीमेंट देकर धोखाधडी की।