सिरोही ( रमेश टेलर) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सिरोही इकाई द्वारा मां अंबे के.पी. संघवी राजकीय विधि महाविद्यालय में सामाजिक समरसता दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
नगर मंत्री दिलीप माली ने अपने वक्तव्य में कहा, सामाजिक समरसता से ही एक सशक्त और प्रगतिशील समाज का निर्माण संभव है। जाति, धर्म और वर्ग के भेदभाव को समाप्त कर हम एक मजबूत राष्ट्र की नींव रख सकते हैं।
कार्यक्रम में महाविद्यालय आचार्य डॉ. नरेश कुमार मीणा ने मुख्य वक्ता के रूप में सामाजिक समरसता का महत्व बताया। उन्होंने कहा, सामाजिक समरसता का अर्थ है समाज में हर व्यक्ति को समान अधिकार और सम्मान प्रदान करना, चाहे उसकी जाति, धर्म या सामाजिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। उन्होंने कहा कि यदि हम समाज में व्याप्त भेदभाव को समाप्त कर एकजुट होकर कार्य करें, तो हमारा देश तेजी से आगे हो सकता है।
छात्र गणेश कुमार छिपा ने बताया कि संविधान की प्रस्तावना के अंदर उल्लेखित समानता , एकता और अखंडता का परिचय देकर हम राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते है ।
संगोष्ठी में इकाई अध्यक्ष नेहरू सोलंकी , गणेश छिपा , कुलदीप सिंह, नकुल , मुरलीधर , सुरभी , खुशबु , मोहित ,भूमिका, निलेश , विनीता समेत काफी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।