जालोर। भील समाज के युवाओं ने राणा पूंजा की जयंती धूमधाम से बनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मनोहर राणा ने बताया की राणा पूंजा भील मेवाड़ के भील योद्धा थे । जिन्होंने हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप का साथ दिया था। युद्ध में पूंजा भील ने अपनी सारी ताकत देश की रक्षा के लिए झोंक दी थी । हल्दी घाटी अनिर्णय रहने से गोरिल्ला युद्ध प्रणाली का ही करिश्मा था । जिसे पूंजा भील की नेतृत्व में काम में लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मदन राणा द्वारा की गई । जिन्होंने बताया कि राणा पूजा भील आदिवासी समाज के लिए शौर्य का प्रतीक है आज भी राजस्थान के लोकगीतों में राणा पूजा के पराक्रम और वीरता की किस्से सुनने को मिलते हैं वीर राणा पूजा की जयंती के अवसर पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर जयंती मनाई गई । इस अवसर पर ललित ,विनोद ,विजय, अमित, तेजाराम ,विनोद ,संजय ,गोपाराम, राहुल ,किशन ,रवि ,नरेश ,मदन, जेठालाल ,रामदयाल ,राणाराम राहुल सहित कई भील समाज के युवा मौजूद रहे।