◆ पोस्टर लगने के साथ ही विवादों का कारण बना जिला निर्वाचन विभाग
◆ दिलीप सिंह मांडानी दिया निर्चाचन अधिकारी को ज्ञापन
◆ हालांकि बढ़ते आक्रोश को देखकर प्रशासन ने हटाया विवादित पोस्टर
सिरोही – (रमेश टेलर) सिरोही जिले में कही जगह निर्वाचन विभाग द्वारा लगाया गया एक पोस्टर इतना विवादित हो गया कि जिला निर्वाचन विभाग को उक्त पोस्टर को आनन फानन में हटाना पड़ा । शिवगंज शहर समेत जावाल में लगाया गया ये पोस्टर कुछ ही मिनटों में पुरे जिले में वायरल हो गया और देखते ही देखते इस पोस्टर को लेकर जिले भर के राजपुत समाज ने विरोध करना शुरू कर दिया । दरअसल राजपुत समाज की नाराजगी पोस्टर पर लिखे शब्दों से थी ।
◆ “ये हाथ हमें दे दे ठाकुर, पहले वोट दे दूं” पोस्टर पर विवाद
पोस्टर पर फिल्म शोले के एक मशहूर डायलॉग को कुछ इस तरह से लिखा था “ये हाथ हमें दे दे ठाकुर, पहले वोट दे दूं” यानि पोस्टर पर लगे चित्र में शोले फिल्म का गब्बर कह रहा हैं कि ये हाथ हमें दे दे ठाकुर”..तब शोले का ही ठाकुर कह रहा है कि “पहले वोट दे दूं”… अब आप कहेंगे ,इसमें विवाद वाली क्या बात हैं?… तो चलिए हम आपको बताते हैं… इस पोस्टर पर लिखे नारे में दो शब्द विवादित हैं ।पहला शब्द “ठाकुर” जो प्रदेश की जातिय व्यवस्था में सीधे सीधे राजपुत समाज से जुड़ा शब्द हैं… और दूसरा शब्द हैं “हाथ”… जो कि एक राजनैतिक पार्टी का चुनाव चिन्ह भी हैं… शायद अब आप लोगों को पुरी कहानी समझ आ गई होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा लगाए इस पोस्टर में ठाकुर के हाथ काटने से क्या अभिप्राय हैं?… क्या जिला प्रशासन इस पोस्टर के माध्यम से यहां के राजपूतों को मतदान नहीं करने पर हाथ काटने की धमकी दे रहा हैं? या फिर कांग्रेस के “हाथ” को ही काटकर साफ करने का गुप्त संदेश जिला प्रशासन यहां की जनता को देना चाहता हैं?… इन सब को लेकर दिलीपसिंह मांडानी ने निर्वाचन अधिकारी समेत आला अधिकारियों को ज्ञापन दे कर समाज की ओर से विरोध दर्ज करवा कर ऐसे पोस्टरों को तुरंत हटवाने की मांग की। इस बात को ले कर आनन फानन में कही जगह से पोस्टर हटा दिए गए।
सिरोही जिला निर्वाचन अधिकारी इन पोस्टर के माध्यम से आम जनता को आखिर क्या संदेश देने की कोशिश कर रहे थे ।