■ मनरेगा घोटाला ◆मनरेगा योजना में एक ही फोटो को प्रतिदिन अपलोड कर किया फर्जीवाड़ा
◆ मनरेगा मेट कार्यस्थल से नदारद,6 श्रमिक मौजूद 9 की उपस्थिति दर्ज ,एक अनुपस्थित
जालौर ।(छगन रैडशाह) मनरेगा योजना में फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने हेतू भले ही सरकार ने ऑनलाइन उपस्थिति की तकनीक अपनाई हो , मगर अधिकारियों की अनदेखी या मिलीभगत के चलते बौनी साबित हो रही है। दरअसल, मनरेगा योजना में ऑनलाइन मस्टरोल में दूसरे फोन में से फोटो खींच कर फ़ोटो को अपलोड कर फर्जी तरीके से उपस्तिथि दर्ज की जा रही है । ऐसे में मनरेगा योजना में मेट द्वारा बड़ा फर्जीवाडा किया जा रहा है। ऐसा ही मामला ऊण ग्राम पंचायत में सामने आया है। जहा ग्राम पंचायत के अंतर्गत चल रहे मनरेगा योजना कार्य स्थल पर मीडिया टीम को 10 की जगह 6 मजदुर की मिले और भी कार्यस्थल से आराम करते नजर आए। वही मनरेगा मेट रेखा भी कार्यस्थल से नदारद मिली। महिलाओं ने बताया कि 30 अगस्त को भी हम छह मजदूर ही मौजूद थे। लेकिन मेट द्वारा फर्जी तरीके से फोटो अपलोड़ कर 10 श्रमिकों की उपस्तिथि दर्ज की गई है।ग्रामीणों ने बताया कि फर्जीवाड़े करने पर भी इस पर कार्रवाई नही होती और काफी समय से ऐसे ही फर्जीवाड़ा चल रहा है।
◆6श्रमिक उपस्थित फर्जीवाड़े से 9 की उपस्थिति दर्ज
31 अगस्त को मस्टरोल संख्या 9544 में श्रमिक हस्तुदेवी, कंकर , राधा , सुखी देवी, लीला, सुंदर देवी कुल छह श्रमिक ही मौजूद उपस्थित थे मगर मेट रेखा देवी ने फर्जीवाड़ा करते हुए फर्जी फोटो को अपलोड कर 10 मे से 9 की उपस्थिति दर्ज की गई।
◆एक हो फोटो को बारी बारी से अपलोड़ कर उपस्थिति की दर्ज
मनरेगा मस्टरोल संख्या 9544 में फर्जीवाड़ा करते हुए दूसरे फोन में खिंचे गए फोटो का फोटो खींच कर अपलोड़ किया गया है और फर्जी तरीके से घर बैठे लोगों की फर्जी उपस्थिति दर्ज की गई। इसी तरह मस्टरोल संख्या 9547 में भी फर्जी तरीके से अनुपस्थित श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की गई। वही ग्राम पंचायत के अंतर्गत राजनवाड़ी में मस्टरोल संख्या 9545 में भी मनरेगा मेट यशपालसिंह द्वारा दूसरे फोन से खिंचे फोटो को अपलोड़ कर फर्जी तरीके से उपस्तिथि दर्ज की गई है।
◆नियमों के खिलाफ उपस्थिति दर्ज कर किया फर्जीवाड़ा
मनरेगा मेट द्वारा नियमों को ताक में रखकर दिन में केवल एक बार ही मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की गई ,जबकि नियमानुसार सुबह और दोहपर बाद यानि दिन में दो बार उपस्तिथि दर्ज होती है।
◆लेटा ग्राम पंचायत में मनरेगा श्रमिकों के सिर कटे फोटो अपलोड कर की धांधली
लेटा ग्राम पंचायत के भूसंरक्षण कार्य टूटा नाड़ी परा मस्टरोल संख्या 9649 में मेट जीवाराम ने एक ही श्रमिकों के सिर कटे फोटो को तीन बार अपलोड़ कर फर्जी उपस्थिति दर्ज की गई।
◆बड़ा सवाल – पंचायत अधिकारियों की शह या अनदेखी ?
ग्राम पंचायत अंतर्गत चल रहे मनरेगा कार्य मे ग्राम विकास अधिकारी, कनिष्क अभियंता की अहम भूमिका होती है ऐसे में बड़ा सवालिया निशान यह है कि क्या यह फर्जीवाड़ा इन सब की मिली भगत से हो रहा है या सब जानकर भी अनजान ? जहां एक तरफ राजस्थान सरकार ग्राम पंचायत के विकास एवं योजनाओं की तारीफ करते नहीं थक रही है वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों एवं पंचायत की मिली भगत से फर्जीवाड़े बढ़ावा दे रहे है ।
इनका कहना है – मुझे इस विषय में जानकारी नहीं है मैं कार्यालय पहुंचकर पता करवाता हूं।
प्रदीप मायला, विकास अधिकारी
पंचायत समिति जालोर ।