जालोर। वन विभाग में वन क्षेत्रों के बाहर वृक्षारोपण ‘‘ट्री आउटसाइड फोरेस्ट इन राजस्थान’’ (टीओएफआर) योजना के तहत इस बार कुल 14.50 लाख पौधे जिले की 15 पौधशालाओं में तैयार किए गये है।
उप वन संरक्षक देवेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि जिले में 4 नगर निकायों जालोर, भीनमाल, रानीवाडा व सांचौर द्वारा 1 लाख पौधे एवं 10 पंचायत समितियों, जालोर, सायला, बागोडा, भीनमाल, जसवंतपुरा, रानीवाडा, सरनाउ, सांचौर, चितलवाना एवं आहोर द्वारा 3.50 लाख पौधे, कुल 4.50 लाख पौधे वन विभाग की नर्सरियों से सशुल्क प्राप्त कर वनक्षेत्रों से बाहर रोपित किये जाएंगे। नगर निकायों एवं ग्राम निकायों से प्राप्त सूचना के आधार पर संकलित योजना तैयार की गई है।
उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर की संस्तुती पर गैर सरकारी संस्थाओं को 1 लाख पौधे एवं राजकीय विभागों को 1 लाख पौधे उपलब्ध कराये जावेंगे। निकायों, राजकीय विभागों, संस्थाओं को 6 माह के पौधे रू. 9/- एवं 12 माह के पौधे रू. 15/- प्रति पौधे की दर से ओरण, गोचर, सार्वजनिक भूमि, स्कूल, तालाब आदि स्थानों पर रोपित करने के लिए उपलब्ध करवाये जाएंगे। जनसाधारण व व्यक्तिगत लाभार्थियों के लिए जनआधार कार्ड प्रस्तुत करने पर दरे 10 पौधे तक रू. 2/-, 11 से 50 पौधे तक रू. 5/- एवं 51 से 200 पौधे तक रू. 10/- प्रति पौधा नियत है। पौध प्रजातियों में मुख्यतः नीम, शीशम, अरडू, रोहिडा, जाल, चुरैल, खेजडी, सिरस, कनेर, सेंजना, गुलमोहर, अकेसिया टोर्टलिस, कूमठा, करंज, जंगली जलेबी, अमरूद, पीपल, बड, पपीता, इमली, खजूर, अरडु, बोगनवेल, बास, बिल्वपत्र, अर्जुन, अनार, बेर, मौलश्री, अमलताश, पेल्टाफार्म, कचनार, टेकोमा, सीताफल, गूलर, गूंदी, बादाम, पलास, झींझा, सेमल, केसियास्यामा, हवन, नींबू आदि उपलब्ध होंगे।
उन्होंने बताया कि पौध वितरण 1 जुलाई 2023 से सभी कार्य दिवसों एवं कार्यालय समय में व्यक्तिशः जा कर नक़द भुगतान कर प्राप्त कर सकेंगे। वन विभाग की 15 पौधशालाओं में 6 माह के 5.90 लाख एवं 12 माह के 8.60 लाख पौधे तैयार है।
नवाचार के चलते ऑनलाइन खरीद होंगे पौधे –
वन विभाग द्वारा नवाचार करके प्रथम बार पौधे ऑनलाइन www.aaranyak.forest.rajasthan.gov.in पोर्टल पर प्रजातिवार पौधे चयन कर ऑनलाइन भुगतान कर रसीद प्रस्तुत कर नर्सरी से प्राप्त किये जा सकेंगे। सात दिवस में पौधे प्राप्त नहीं करने पर पौधों के लिए किया भुगतान पुनः भुगतानकर्ता के खाते में ट्रांसफर हो जायेगा।