तखतगढ़(पाली)। इस वर्ष बिफरजाय तूफान व सक्रिय मानसून के कारण किसानो की फसले चौफट हो चुकी है।परन्तु अभी तक नुकसान को लेकर प्रशासन गिरदावरी नही करवाई है।ऐसे में किसानो को फसल बीमा का लाभ नही मिलने की चिन्ता बढती जा रही है।बीस सूत्रीय कार्यक्रम, क्रियान्वयन एवं आयोजना व जिला स्तरीय समिति के सदस्य भोमाराम मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र भेजकर अवगत कराया कि वर्ष 2023 के जुलाई महिने मे किसानो ने खेतो मे फसलो की बुवाई कर दी थी। महंगे खाद बीज एवं ऊर्वरक करके बैको तथा सहकारी समिति के ऋण लेकर परिवार के भरण पोषण के लिए प्रयास किये थे। उस दरम्यान बैको तथा सहकारी समितियों ने किसानो के केसीसी के भुगतान करते वक्त इस वर्ष का फसल बीमा का प्रिमियम भी कटौती किया जा चुका है। 17 जून को आए बिपरजॉय से पाली, जालोर, सिरोही, बाडमेर, जोधपुर सहित कई जिलो मे किसानो की फसले बरसाती पानी की ज्यादा आवक से नष्ट हो चुकी है। खेतो मे पानी के ज्यादा बाढ़ के हालात होने से खेतो मे फसलो के साथ जमीन का कटाव भी हो चुका है। अब किसानो की इस साल पुनः बुवाई भी संभव नही है। किसानो के फसलों की गिरदावरी नही होने के कारण उनको फसल बीमा का लाभ भी मिलने की संभावना अभी नजर नही आ रही है।ऐसे मे उनको दिन प्रतिदिन चिंता हो रही है। राज्य सरकार से किसानो की पुरजोर मांग उठाई जा रही है कि जल्द से जल्द गिरदावरी करवाई जाये यथा फसल बीमा के भुगतान दिलाने के लिए भारतीय फसल बीमा को किसानो के हित मे कदम उठाने की मांग करनी चाहिए।