खरीफ फसल खराबे के गिरदावरी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन , जिला कलेक्टर के आश्वासन पर धरना समाप्त
किसान मोर्चा के बैनर तले धरना प्रदर्शन , आरएलपी ने बताया नौटंकी
आहोर।(छगन रैडशाह) उपखंड मुख्यालय पर भाजपा किसान मोर्चा के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में किसानों ने किया एसडीएम कार्यालय के सामने धरना दिया ।
और तहसीलदार हितेश त्रिवेदी को ज्ञापन दिया है।
ज्ञापन में बताया की किसानों ने फसल खराबे , फसल बीमा , सड़क , चिकित्सा पेयजल , विद्युत सहित कई समस्याओं को लेकर प्रशासन को कई बार ज्ञापन दिया है । लेकिन अभी तक कोई निस्तारण नही निकला है।
बिपरजॉय चक्रवातीय अतिवृष्टि से खरीफ की फसल खराबे हुई है जिसे किसानों को काफी नुकसान हुआ है इस दौरान गिरदावरी करवाने व मुआवजे की मांग की ।
और बताया की जवाई बांध का गेज 61 फिट से ऊपर हो गया है इस दौरान जवाई नदी में पानी छोड़ने को लेकर की मांग की गई है। साथ ही गोदन और बिचनगढ़ के बीच निमार्ण सड़क में घटिया सामग्री का उपयोग हुआ है जो पहली ही बारिश में टूट गई है वही ठेकेदार पर कारवाही करने की मांग की है।
• वक्ताओं ने किसानों को किया संबोधित –
वही विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ,पूर्व जिलाध्यक्ष रविन्द्रसिंह बालावत, आवडदान चारण , जिला उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह थुंबा सहित और वक्ताओं ने किसानों को सम्बोधित किया व राज्य के कांग्रेस सरकार जिम्मेदार ठहराते हुए अधिकारियों को बीमा कंपनी से मिली भगत का आरोप लगाते हुए आड़े हाथों लिया गया।साथ ही जनता ही समस्याओं के जिम्मेदार कांग्रेस सरकार को ठहराया है।
•किसानों और तहसीलदार के बीच हुआ हंगामा
तहसीलदार हितेश त्रिवेदी धरना स्थल पर पहुंचे और धरणार्थीयो से वार्ता कर रहे थे ।वही किसानों ने प्रशासन पर आरोप लगाया की आपदा प्रबंधन से मिली सूचना अनुसार जिला कलेक्टर ने क्षेत्र में बिपरजॉय तूफान से फसल खराबा नही हुआ है जिसे किसानो को मुआवजे से वंचित किया गया है।जबकि किसानों को तूफान से फसल खराबे का नुकसान हुआ है । कुछ किसानों ने आपा खोते अपशब्द बोले जिसे तहसीलदार भडक गए और मोबाइल से किसानों का वीडियो बनाना शुरू किया । फिर कुछ किसानों के समझाइश के बाद मामला शांत हुआ । वही कृषि विभाग से पहुंचे उप निदेशक ने क्षेत्र में किसानो को मिले मुआवजे के बारे में क्रमश फसल से मिले बीमा की जानकारी दी गई।
वही मौके पर पहुंचे पीडब्ल्यूडी, नर्मदा विभाग , विद्युत विभाग के अधिकारियो को भी खरी खोटी सुनाते हुए समस्या बताई गई।वही किसान खरीफ फसल खराबे की गिरदावरी की मांग को लेकर अड़े रहे।
• जिला कलेक्टर ने फोन पर दिया आश्वासन –
धरना स्थल से विधायक छगन सिंह ने जिला कलेक्टर निशांत जैन से समस्याओं को लेकर फोन पर बातचीत की गई। और
तहसीलदार ने किसानों को बताया की प्रदेश में राजस्व विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल है हम उच्च अधिकारियों और सरकार से वार्ता कर जल्द ही फसल की गिरदावरी शुरू करवाएंगे। वही जिला कलेक्टर के आश्वासन पर किसानों ने धरना समाप्त किया गया।
• आंदोलन की दी चेतावनी –
विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने किसानों से वार्ता कर प्रशासन को दो दिन का समय दिया है और अगर फसल की गिरदावरी शुरू नही की गई तो प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दी है।
• राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने बताया चुनावी स्टंट –आरएलपी नेता आंजना प्रताप आंजणा ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में विधायक द्वारा आहोर में किसानों के लिए क्रॉप कटिंग, बीमा क्लेम, राशि अनुदान की मांग को लेकर एक बार भी धरने पर नही बैठे।चुनाव नजदीक आए तो किसान याद आए है। और विधायक बनने के बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ मिलकर प्रधान के चुनाव में ओबीसी के लिए रिजर्व होते हुए भी उन्होंने ओबीसी समाज के साथ धोखा किया है।उसके बाद भी भू माफियाओ से मिलकर भ्रष्ट अफसरो के माध्यम से कीमती जमीन पर कब्जा करवाकर उनके फर्जी रजिस्ट्री बनी, लेकिन विधायक चुपचाप देखते रहे, कभी धरना प्रदर्शन नहीं किया। लेकिन अब चुनाव आए तो किसानों के नाम पर नौटंकी कर रहे हैं।ये चुनावी स्टंट है।