तखतगढ़(पाली)।जवाई बांध जल बंटवारे को लेकर किसानों द्वारा गांवों में दौरा के बाद उपखंड अधिकारी द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए दी गई चेतावनी के बाद किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर के महापड़ाव को यथावत रखने का आव्हान किया है।मंगलवार को दौरा रखते हुए गांवों में सभा करेंगे। गौरतलब है कि रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम हरिसिंह देवल ने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है। आदर्श आचार संहिता के प्रभावी पालनार्थक जिला मजिस्ट्रेट द्वारा 9 अक्टूबर से संपूर्ण जिले में धारा 144 लगाई गई है। जिसके अनुसार चुनाव अवधि तक शांति एवं कानून व्यवस्था को कोई भी व्यक्ति संबंधित उपखंड मजिस्ट्रेट की पूर्ण अनुमति के बिना जुलूस, सभा, रैली सार्वजनिक मीटिंग एवं ध्वनि प्रचारण यंत्रों का उपयोग नहीं कर सकेगा, लेकिन सोमवार को विभिन्न माध्यमों से रिटर्निंग अधिकारी के संज्ञान में आया कि बिना अनुमति के गांव में सभाएं कर उल्लंघन किया जा रहा है। उनके द्वारा की जा रही सभाएं एवं विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म में इस वर्ष जवाई जल वितरण के तहत कृषि के लिए 4100 एमसीएफटी पानी दिया जाना बताया जा रहा है, जबकि आज तक जवाई जल वितरण समिति की बैठक नहीं हुई है। इस प्रकार की बिना आधार नित्य तत्वों का प्रचार-प्रचार कर आमजन में अफवाह फैलाई जा रही है। उनके द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से आदर्श आचार संहिता समयावधि में शांति एवं कानून व्यवस्था बिगड़ने की पूरी आशंका है। जो विधानसभा क्षेत्र में कानून व्यवस्था बिगाड़कर शांतिपूर्ण निर्वाचन में बाधक बन सकते हैं। उनके द्वारा की जा रही सभा एवं फैलाई जा रही अफवाह को तत्काल बंद करने की हिदायत देते हुए ऐसा नहीं करने पर उनके विरुद्ध आचार संहिता का उल्लंघन के तहत सुसंगत धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
इनका कहना है-इस बार बांध भरा हुआ है। किसान सिर्फ 5000 एमसीएफटी पानी मांग रहे है। प्रशासन से किसान डरने वाले नही है। उच्च न्यायालय से इस संबंध में जानकारी जुटाने के बाद महापड़ाव करना तय किया है। किसानों से आव्हान है कि ज्यादा से ज्यादा तखतगढ़ पहुंचकर महापड़ाव को सफल बनाने में योगदान दे। चुनाव संबंधी आचार संहिता की पालना कर रहे है। चुनाव की निष्पक्षता के लिए किसान सहमत है।नरपतसिंह मदेरणा,महासचिव,किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर।