–रावण का रिमोट बीच में अटका,पैरों में जलाने पड़ी आग
-आचार संहिता के कारण राम राज्य से सुशोभित रहा मंच
-राम,लक्ष्मण एवं सीता का मालाओं से ईओ ने किया स्वागत
तखतगढ़ (पाली)। असत्य पर सत्य की जीत एवं बुराई पर अच्छाइयों की विजय एवं अन्याय के अंत को लेकर मंगलवार शाम को कस्बे के नेहरू रोड़ स्थित तालाब परिसर में रावण के चबूतरे पर पहली बार रिमोट से रावण, कुंभकरण एवं मेघनाथ के पुतले जलाकार की परंपरा का निवर्हन किया गया।
हालांकि कुंभकरण एवं मेघनाथ का रिमोट कारगर साबित रहा। जबकि रावण का तारों में रिमोट बीच में अटका गया। पालिकाकर्मियों ने पैरों में आग जलाने आग पड़ी। इधर, विधानसभा चुनावों को लेकर पालिका प्रशासन ने आदर्श आचार संहिता के कारण मंच राम राज्य से सुशोभित रहा। इस बीच आकर्शक अतिषबाजी से नगरवासियों ने नजारें को देखने को मजबूर रहे। इससे पूर्व रावण चबूतरे पर भगवान राम,लक्ष्मण एवं सीता सहित अन्य रामराज परिवार का मालाओं से नगरपालिका ईओ नीलकमलसिंह ने स्वागत किया। दरअसल, नगरपालिका प्रशासन के तत्वावधान में तीन दिन पूर्व रावण, कुंभकरण एवं मेघनाथ के पुतलों को पाली से लाया गया। सोमवार को चबूतरे पर स्थापित करवाए गए।
मंगलवार शाम को कुंदेश्वर महादेव मंदिर से भगवान राम अपने वानर सेना के साथ रथ से पिचका गली से मुख्य बाजार से होकर पुराना बस स्टेण्ड से पुलिस थाना रोड़ से नेहरू रोड़ होकर तालाब परिसर स्थित रावण के चबूतरा पहुंचे। जहां पालिका प्रशासन ने माला से स्वागत किया।
–पालिकाध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष सहित पहुंचे जनप्रतिनिधि- आचार संहिता के कारण परिसर में पालिकाध्यक्ष ललित रांकावत, उपाध्यक्ष मनोज नामा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण पहुंचे। इस मौके थाना प्रभारी कैलाशदान बाहरठ के सानिध्य में जाब्ता तैनात रहा।
–आतिशबाजी के नजारें को मोबाइल में कैद करते दिखे नगरवासी-रावण के चबूतरे पर रंगारंग आकाशीय आतिशबाजी को नगरवासी अपने अपने मोबाइलों से कैद करते दिखे। पटाखों की गूंज दूर दूर तक सुनाई दी।
रंगोली से सजा नगर– दशहरे के पर्व को लेकर तखतगढ़ के चौराहा सहित अन्य स्थानों पर रंगोली बनाकर सजाया गया।
लबालब तालाब की तरफ सुरक्षा के लगाए बेरिकेट्स– इस बार बिपरजाॅय एवं सक्रिय मानसून के चलते लबालब तालाब की तरफ सुरक्षा के लिए नगरपालिका प्रशासन ने बेरिकेट्स लगाए रखे। मौके पर किसी अनहोनी की आशंका के चलते दमकल एवं पानी के टैंकरों की व्यवस्था बना रखी थी।