बिपरजाॅय एवं मानसून की बारिश से दो बार लबालब हो गया था विद्यालय, संकट में आए अभिभावक
जर्जर भवन के चलते 394 विद्यार्थियों का भविष्य को लेकर चितिंत अभिभावकगण
तखतगढ़ (पाली)। कस्बे के महात्मा गांधी (अंग्रेजी माध्यम) राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर एक बिपरजाॅय एवं मानसून की पहली बारिश से दो बार लबालब हो चुका है। लबालब होने से जर्जर भवन हो चुका है। ऐसे में बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावकगण चितिंत है।प्रशासन भी ऐसे जर्जर भवन के प्रति सावचेत नही हो पा रहा है।नगर के नेहरू रोड़ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नबंर एक का भवन काफी पुराना है। महावीर बस्ती सहित आस-पास के मोहल्लों के बच्चों का अध्यापन का केन्द्र है।
दरअसल, दो साल पूर्व राज्य सरकार ने संघवी केसरी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय को महात्मा गांधी (अंग्रेजी माध्यम) में तब्दील कर दिया था। ऐसे में हिंदी माध्यम के बच्चों को हो रही परेशानी को लेकर शिक्षा मंत्री सिरोही जिले के दौरे पर आए थे। तब नगरवासियों ने महात्मा गांधी संघवी केसरी राजकीय विद्यालय को तखतगढ़ के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर एक को परिवर्तित करने की मांग रखी। मांग पर हाथों हाथ तब्दील कर दिया। इसके बाद इस वर्ष से 394 विद्यार्थियों का प्रवेश हो गया।
–डूब इलाके के भीतर है भवन- नगर के तालाब के डूब क्षेत्र में तखतगढ़ का महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर एक आया हुआ है। इधर, बांकली बांध के ओवरफ्लों के कारण पानी की आवक सीधे तालाब में होती है। बरसात के बाद अभिभावक भी परेशान होते है।
–बिपरजाॅय में विद्यालय हो चुका है तहस-नहस– नगर में 18जून को बिपरजाॅय चक्रवाती तूफान से चारदीवारी भी जगह जगह टूट गई। ऐसे में पडा पौषाहार,लाॅबरेरी में सैकड़ों बुक, निशुल्क पाठ्यपुस्तके,आंशिक यूनिफाॅर्म, संधारित रजिस्टर,स्काउट एवं स्टाॅक आदि खराब हो गई।इसके बाद पानी की आवक को देखते हुए विद्यालय प्रशासन ने पौषाहार को अंयत्र विद्यालय में रखवा दी। जिससे इस बार पौषाहार खराब नही हो पाया है।
–इनका कहना है-हां, विद्यालय दो बार लबालब हो गया है। विद्यालय के हालातों की रिपोर्ट सीबीइओ सुमेरपुर को भिजवा दी है। हंससिंह, संस्था प्रधान, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर एक तखतगढ़।
-नगर में महात्मा गांधी विद्यालय भवन को अस्थाई तौर पर अयंत्र शिफ्ट करवाने के लिए प्रयास कर रहे है। धन्नाराम परिहार, सीबीइओ, सुमेरपुर।