Monday, December 23, 2024
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कोसेलाव गांव की मिनाक्षी मालवीय बनी पहली ‘महिला लैक्चर’

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वलदरा में उच्च माध्यमिक विद्यालय में ‘जीव विज्ञान’ में किया पद ग्रहण 

तखतगढ़ (पाली)। समीपवर्ती कोसेलाव गांव निवासी मिनाक्षी मालवीय का लेक्चर पद पर चयन हुआ है। तीसरे प्रयास में मिनाक्षी ने परचम फहराते गांव की पहली महिला लेक्चर बनने का खिताब हासिल किया है। उन्होने जालोर जिले के आहोर उपखंड क्षेत्र के वलदरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में जीव विज्ञान में पद ग्रहण किया है। दरअसल, नाडोल हाल बांसवाड़ा निवासी उम्मेदमल मालवीय के दांपत्य जीवन में चार बेटियों व एक बेटे को जन्म दिया। मिनाक्षी का जन्म 24जून 1986 को हुआ। बांसवाड़ा में बीएससी के बाद 30मई 2009 को उनका कोसेलाव निवासी रमेशकुमार से वैवाहिक जीवन में दामन थामा। शादी के बाद ससुराल पक्ष ने पढ़ाई के प्रति हिम्मत देकर एमएससी उत्तीर्ण करवाई। उसके बाद उन्होने शिवगंज से बीएड उत्तीर्ण की। दांपत्य जीवन में दो बेटों का जन्म हुआ। कोरोना काल में पति के प्रतिष्ठान को नुकसान पहुंचने पर उनको मुुम्बई प्रस्थान किया। मिनाक्षी का कहना है कि उन्होने पहले प्रयास में माहौल जाना। दूसरे प्रयास में वे 5नबंर से पीछे रह गई। कड़ी मेहनत के बलबूते पर उन्होने जीव विज्ञान में लेक्चर पद पर चयन हुआ।

बहन भी है शिक्षिका– मिनाक्षी की तीसरे नबंर की बहन कामिनी भी द्वितीय श्रेणी शिक्षिका के पद पर बांसवाड़ा में सेवाएं दे रही है। वे चयन से पूर्व कोसेलाव में निजी स्कूलों में अध्यापन करवाते हुए स्वयं का अध्ययन जारी रखा। उनका एक बेटा पांचवी तो छोटा एलकेजी में अध्ययनरत है।

चचेरी देवरानी दे रही बैंकिग में सेवांए- चचेरी देवरानी नियत मालवीय पत्नी महेन्द्र मालवीय बैंक में वरिष्ट सहायक के पद पर चयन हुआ था। फिलहाल वे फालना में सेवाएं दे रही है। परिवार में महिलाओं के शिक्षा के प्रति जागृति को देखकर गांव वाले भी अभिभूत है।

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