बिहार में पद पर चयन के बाद परिवार में खुशी का माहौल
कोरोना महामारी ने छीना पिता का छाया
– घर में शिक्षित है तीनों बहनें एवं दोनों भाई
तखतगढ़ (पाली)। कस्बे के हनुमान गली निवासी अनुजा तखतगढ़ की पहली नर्सिग आॅफिसर बनी है। उनका बिहार प्रांत के पटना एम्स में इस पद पर चयन के बाद परिवार में खुशी का माहौल है। बड़े दुख की बात है कि इस होनहार प्रतिभा का कोरोना महामारी के दौरान 2021 में पिता का निधन हो गया। लेकिन, वे अपने हौसलें के आगे पहले प्रयास में 3751वीं रेंक हासिल करके तखतगढ़ के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है। अनुजा के भाई एमकाॅम उत्र्तीण करके पिता का व्यवसाय को आगे बढ़ा रहे है। दरअसल, पिता नथाराम एवं माता भंवरी के दांपत्य जीवन में तीन बहनों एवं दो भाइयों में दूसरे नबंर की अनुजा का 17अक्टूबर 1997 को जन्म हुआ। कस्बे के संघवी मंगीबाई राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्ययन किया। उसके बाद बीएससी नर्सिंग की। जयपुर में रहते समय इस प्रतिभा ने कोंचिग की। 17सितबंर 2023 को पहले एवं 7अक्टबूर 2023को द्वितीय चरण की परीक्षा उत्र्तीण दी। दो दिन पूर्व जारी परिक्षा परिणाम के दौरान पहले प्रयास में 3751वीं रेंक हासिल करके तखतगढ़ के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है।
– शिक्षित है तीनों बहने एवं दोनों भाई- अनुजा के बड़े भाई प्रेमप्रकाश एमकाॅम उत्र्तीण है। जबकि स्वयं नर्सिग आफिसर के अलावा बहन कल्पना,गोदावरी एवं भाई किशोर कुमार डी फार्मा उत्तीर्ण कर चुके है।
इनका कहना है– इस प्रतिभा ने अपने हौसले के आगे शिक्षा से ही मंजिल प्राप्त की है। ऐसे में उनकी विशेष चमक दिखी है। अनुजा ने हमारे विद्यालय में अध्ययन करके नाम रोशन किया है। गजेन्द्रसिंह तंवर, प्रधानाचार्य, संघवी मंगीबाई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तखतगढ़।