धारा 144 सीआरपीसी व आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के एकत्रित होने का आरोप
-जवाई जल बंटवारे की मांग को लेकर तखतगढ़ में 25व 26को किया था किसान महापड़ाव
तखतगढ़ (पाली)। विधानसभा चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लागू होने से व धारा 144 सीआरपीसी लागू होने के बावजूद किसान संघर्ष समिति व किसान संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा दो दिन तक महापड़ाव व धरना प्रदर्शन करने के आरोप में ड्यूटी अधिकारी की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ड्यूटी अधिकारी गिरधारीसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 25अक्टूबर को जयेन्द्र सिंह गलथनी व अन्य के नेतृत्व में किसान कस्बा तखतगढ़ में सिचाई विभाग के डाक बंगले के सामने आने एकत्रित हुए। जिनको धारा 144 सीआरपीसी व आदर्श आचार संहिता लागू होने के संबंध में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों व जाब्ता द्वारा समझाईश की। किसी प्रकार का महापड़ाव व धरना प्रदर्शन आदि नहीं करने के लिए कहा गया। जिस पर डाक बंगले की बजाय बस स्टेशन के पास करीब 150-200 किसान एकत्र हुए। जिनको समझाईश कर वहां से रवाना किया गया। वहां से पैदल रवाना होकर जालोर चैराहा के पास पंचमुखी हनुमानजी मंदिर में एकत्र हुए। जिनको आचार संहिता व धारा 144 सीआरपीसी लागू होते हुए भी धरना प्रदर्शन करने की प्रशासनिक अनुमति के बारे में पूछा गया। कोई अनुमति नहीं होना बताया। किसानो को समझाया गया कि धरना प्रदर्शन बिना अनुमति के तथा गैर कानूनी है। इसलिए यहा से बिखर जाये किन्तु वे नहीं माने। किसानों के प्रतिनिधियो ने अति. जिला कलेक्टर पाली व एसडीएम सुमेरपुर के साथ वार्ता की। उसके पश्चात जयेन्द्रसिंह गलथनी, रघुबीरसिंह, नरपतसिंह मदेरणा आदि के नेतृत्व में हनुमान मंदिर से पैदल रवाना हुए। हाईवे होते हुए भेरूजी मंदिर में जाकर बैठ गये। काफी समझाईश के बाद भी नहीं माने। अपनी जवाई बांध के पानी की मांगो को लेकर रात्रि में भी 70-80 की संख्या में किसान वहां पर बैठे रहे। 26अक्टूबर को और किसान को वहां बुलाने व आगे की योजना बनाने का आह््वान किया। मौके पर थाना हाजा व पुलिस लाइन का जाब्ता तथा नाना थाना का जाब्ता रात्रि में भी तैनात किया गया। 26अक्टूबर को भी किसानो ने भेरूजी मन्दिर में अपना धरना प्रदर्शन व बैठक जारी रखी। करीब 200-250 की संख्या में किसान एकत्र हुए। दोपहर करीब 1.30बजे वहा से उठकर गौरव पथ पर कस्बे की तरफ आने लगे जिनको समझाईश कर वापस रवाना किया।वे बलाना की तरफ आगे जाकर मामाजी के मन्दिर परिसर में एकत्र होकर बैठ गये। इस प्रकार धारा 144 सीआरपीसी व आदर्श आचार संहिता लागु होने के बावजूद बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा किसानों को एकत्र किया गया।
–इनके खिलाफ मामला दर्ज-किसानों का नेतृत्व करने व उनको एकत्र करने में मुख्य रूप से किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर के अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलनी, कल्याणसिंह खिवान्दी, रघुवीरसिंह बिसलपुर, नरपतसिह मदेरणा, भीमसिंह बलाना, खेताराम, उमाशंकर मुंदडा, तेजसिंह रसियावास, इन्द्रसिंह गुड़िया बलाना, उदयसिंह गुडिया (पावा), जब्बरसिंह चांदराई, रतनसिंह चैधरी, लक्ष्मणसिंह बांगडी, डायाराम मीणा दुजाना, धनसिंह जाखोड़ा, मुलसिंह पंवार बलाना, अर्जुनसिंह सोलंकी पादरली, जब्बरसिंह सोलंकी पादरली, भीमसिंह पुत्र पीरसिंह राठौड़ राजपुरा, देवेन्द्रसिंह पुत्र गंगासिंह बालोत बेदाणा, भलाराम बावरी गोगरा, वीराराम चैधरी नागचैक तखतगढ़, भैराराम पुत्र जोधाराम नाई पादरली रोड तखतगढ़, तरुण कुमार पुत्र बगदाराम माली निवासी खेड़ावास तखतगढ़, ईश्वरसिंह पुत्र थानसिंह बालोत निवासी सेदरिया, अजीत व्यास पुत्र ओमप्रकाश व्यास बीओबी बैंक के पास तखतगढ़, शंकरसिंह राजपुरोहित साण्डेराव, भंवरसिंह राजपुरोहित दुजाना, मनीराम पुत्र गिरधारी लाल जाट तखतगढ़, पेमाराम पुत्र बगदाराम माली सैनिक कॉलोनी तखतगढ़, चेलाराम पुत्र बीराराम कुमावत टास्काबास तखतगढ़, भंवरसिंह पुत्र रामसिंह नयाखेडा, छैलसिंह पुत्र प्रभुसिंह नयाखेडा, मुलसिंह पुत्र पीरसिंह नयाखेडा, मोतीसिंह पुत्र सब्बलसिंह नयाखेडा, परकाराम पुत्र भगाराम मीणा नयाखेडा, हिम्मताराम पुत्र सोनाराम नयाखेडा, नोपाराम पुत्र भगाराम मीणा नयाखेडा, मोहनसिंह पुत्र भूरसिंह नयाखेडा, भवानीसिंह पुत्र नुरसिंह नयाखेडा, मुलसिंह पुत्र पृथ्वीसिंह नयाखेडा, छतरसिंह राजपुरा, नरपतसिंह पुत्र गणपतसिंह बालोत आलावा, संतोष पुत्री चंपालाल प्रजापत गोगरा, ताराराम घांची, नारायण घांची, दौलत सिंह दुजाना, रता राम देवासी, जालम सिंह पुत्र अमर सिंह राठौड आदि अग्रणी थे। पुलिस ने महापड़ाव की विडियोग्राफी व फोटोग्राफी करवाई गई। जिला कलक्टर के निर्देश पर लोक सेवक के आदेशों का पालन नहीं किया। धारा 143, 188 भादस में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।