–आखिरकार प्रत्याशी के परिजनों ने बैठक रखकर किया मान-मनोवल
तखतगढ़(पाली)। इस बार विधानसभा चुनाव 23 में लंबे समय से कांग्रेस पार्टी ने पैराशूट के विरोध को देखते हुए सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र से स्थानीय कार्यकर्त्ता की मांग पूर्ण कर दी। लेकिन, तखतगढ़ में पार्टी के निष्ठावानों को अपनी निष्ठा के प्रति सवाल खड़े हुए। आखिरकार, पार्टी के प्रत्याशी के परिजनों व कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा रखने वालों को तखतगढ़ आना पड़ा।उन्हे काफी मान मनोवल करनी पड़ी। हुआ यूं कि 5नवंबर को कांग्रेस के लंबी जद्दोजद के बाद पूर्व प्रधान एवं जिला परिषद सदस्य हरिशंकर मेवाड़ा के नाम से टिकट की मुहर लगाई। जबकि पूर्व में स्थानीय की मांग को जोर पकड़ने पर हाई कमान से मांग पूर्ण की। शनिवार को सुमेरपुर के प्रत्याशी हरिशंकर मेवाड़ा ने अपने निर्धारित तखतगढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्र के कांग्रेस को विजयी बनाने के लिए दौरा किया। दौरे के बाद कांग्रेस से जुड़े निष्ठावानों ने अपना नाराजगी जताई दी। नाराजगी के बाद सोशल मीडिया पर खबरें वायरल हुई। निष्ठावान पदाधिकारियों ने भी प्रत्याशी के प्रति नाराजगी जताई। नाराजगी के बाद तखतगढ़ में कांग्रेस पार्टी की बैठक रखी गई।
–कांग्रेस के तौर पर मंचों पर रहे पदास्थापित– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज बीते पांच साल में कांग्रेस के कथित तौर पर नगरपालिका के कार्यक्रम में निष्ठावानो ने ‘स्वयं’ को मुखिया माना।नगरपालिका प्रशासन बतौर उन्हे मंचों पर बिराजमान किया। लेकिन, अब उन्होने कांग्रेस के प्रति निष्ठा को दरकिनार करते हुए नाराजगी जताने में कोई गुरेज नही रखा। कांग्रेस के प्रति सच्ची निष्ठा रखने वाले भी अनिष्ठ होने से नही रहे।
नई कार्यकारिणी गठित नही, खबरों के लिए नाम में पद का लालच- पाली निवासी अजीज दर्द के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोनित होने के बाद तखतगढ़ नगर कांग्रेस कमेटी नही बनी।भंग रही कांग्रेस कमेटी के ऐसे पदाधिकारी खुद के नाम के लिए प्रतिदिन मीडियाकर्मियों को नाम छापने का दबाव बनाते रहे। आखिरकार, उन्हे कौन समझाए कि अब उनकी निष्ठा कहां गई..?