सुमेरपुर ।(खीमाराम मेवाडा) राजस्थान प्रदेश की गहलोत सरकार द्वारा चुनावी वर्ष में प्रदेशभर में महंगाई राहत शिविर एवं नित नई नई घोषणाओं पर विपक्ष के नेता कस रहे तंग पूर्व विधायक एंव सरकारी उप मुख्य सचेतक मदन राठौड़ ने अघोषित बिजली कटौती पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, कांग्रेस सरकार की आलोचना आलोचना करते हुए कहां है। की कांग्रेस ने 100 युनिट फ्री बिजली की घोषणा तो की थी। लेकिन जनता को पूरी बिजली भी नही मिल पा रही है। तो ऐसी घोषणाओं को तो जनता के साथ विश्वासघात व धोखा ही माना जाएगा। सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र के गांवों में मई की ऐसी भीषण गर्मी में बिजली की अघोषित कटौती महिलाओं, बच्चों के साथ ही वृद्धजनों के लिए काफी कष्टप्रद साबित हो रही है। राठौड़ ने कहा कि साढे़ चार साल से गेहलोत सरकार कुर्सी की लड़ाई में फंस कर रह गई है। पायलट-गेहलोत की आपसी खींचतान से राजस्थान बिजली, शिक्षा, कानून व्यवस्था, ग्रामीण विकास, रोजगार के साथ हर क्षेत्र में पिछड़ता गया, और बिजली उत्पादन की दिशा में कोयले का भण्डारण नही करने से, अन्य राज्यों से मंहगी बिजली खरीद कर जनता पर बोझ बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा मंहगी खरीद में भी भृष्टाचार हो रहा है। वही पूर्व विधायक राठौड़ ने कहा कि अशोक गेहलोत अपनी राजनितिक विफलतायें छिपाने के लिए थोथी वित्तीय घोषणाऐं कर रहे है। जिन्हें राज्य के वित्तीय संशाधनों से पूर्ण किया जाना संम्भव ही नही है। कांग्रेस को तो पाॅच साल की कुर्सी चाहिए, बाद में चाहे राज्य का वित्तीय घाटा कितना भी हो ! इनकी बला से!! पिछले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी, युवाओं को रोजगार के साथ ही बेरोजगारी भत्ता देने जैसी अनेक झूठी घोषणाओं के बल पर सरकार बनाई ! जो निंदनीय हैं।