भाद्राजून के रविन्द्र का पंचकुटा प्रोजेक्ट राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हेतु चयनित
भाद्राजून। विज्ञान व प्रोधोगिकी विभाग द्वारा आयोज़ित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए जालोर जिले से तीन बाल वैज्ञानिको का चयन हुआ हैं। जिला संयोजक हनुमानसिंह बिठू ने बताया कि विज्ञान व प्रोधोगिकी विभाग द्वारा जोधपुर में आयोजित सम्भाग स्तरीय प्रतियोगिता में जालोर जिले से तीन बाल वैज्ञानिकों का चयन हुआ है, जिसमे अमर ज्योति स्कूल भाद्राजून से रविंद्रसिह का पंचकुटा प्रोजेक्ट, सैंट ऐनस स्कूल जालोर से रीवा व्यास का झुग्गी बस्ती में शैक्षिक जागरूकता प्रोजेक्ट, व विवेकानन्द स्कूल भोरडा से गायत्री का इको सिस्टम में तकनीकी नवाचार प्रोजेक्ट का चयन राज्य स्तर के लिए हुआ है। वहीं प्रतियोगिता में भाद्राजून के बाल वैज्ञानिक रविंद्र का खाद्य प्रथाएं में पंचकुटा व्यंजन विषय पर शोध काफी चर्चित रहा।
बाल वैज्ञानिक रविन्द्र ने बताया कि इस बार राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय समाज व कल्याण के लिए परिस्तिथिकी तंत्र को समझना था। जिसमे मेरा उप विषय परिस्तिथिकी तन्त्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाएं था। उसमे मेरे रिचर्च का टॉपिक पंचकुटा था। जो अमूमन शीतला सप्तमी व अन्य त्योहारों पर एक प्रथा के रूप में प्रचलित हैं। जिसका स्वास्थ्य से क्या सम्बन्ध है ? इस पर में रिचर्च कर रहा हुं।
गौरतलब है ये चयनित बाल वैज्ञानिक मार्च के प्रथम सप्ताह में कोटा में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जालोर का प्रतिनिधित्व करेंगे। कोटा से चयनित बाल वैज्ञानिक 31वी राष्ट्रीय स्तरीय बाल वैज्ञानिक कांग्रेस में भाग लेंगे। अमर ज्योति स्कूल भाद्राजून के व्यवस्थापक सुरेश राजपुरोहित ने बताया कि छात्र रविन्द्र का विद्यालय की ओर से स्वागत किया गया। वही छात्र की इस असाधारण उपलब्धि पर क्षेत्र में हर्ष की लहर हैं।