● अनुपस्थित श्रमिकों के स्थान पर दूसरे श्रमिकों के फोटो अपलोड कर भर रहे हाजिरी
● फर्जीवाड़े में प्रशासन की लापरवाही या मिली भगत ?
आहोर / जालौर ।(छगन रैडशाह) मनरेगा योजना में फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने हेतू भले ही सरकार ने ऑनलाइन उपस्थिति की तकनीक अपनाई हो , मगर ये भी घोटालेबाजो के लिए बौनी साबित हो रही है। दरअसल, मनरेगा योजना में ऑनलाइन मस्टरोल में श्रमिकों की फोटो अपलोड के साथ उपस्थिति दर्ज की जाती है । लेकिन उसमें भी मनरेगा मेट द्वारा श्रमिकों को दूसरे के स्थान पर दुबारा खड़ा करके फर्जी हाजरी भर कर चांदी कूट रहे है। ऐसा ही मामला पादरली ग्राम पंचायत में सामने आया है। जहा ग्राम पंचायत के अंतर्गत चल रहे मनरेगा योजना कार्य स्थल पर स्टिंग ऑपरेशन में मीडिया टीम को कई जगह आधे ही मजदूर मिले। जिसमें मेट द्वारा कई अनुपस्थिति श्रमिकों की दूसरे श्रमिकों को खड़ा कर फर्जी हाजिरी दर्ज की गई। तीन कार्यस्थल पर मेट भी नदारद मिले ।
◆ इन कार्यो के मस्टरोल में फर्जीवाड़ा-
सिंचाई हेतु जवाई कमान की नहरे में डी – सीलिंग कार्य में मेट रूपाराम ने ऑनलाइन 15 श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की गई जबकि मौके पर मेट भी नदारद ओर आठ श्रमिक ही कार्यस्थल पर आराम करते मिले , और सात महिला श्रमिकों को दोबारा खड़ा कर फर्जी उपस्थिति दर्ज की गई।
नया नाड़ा पिचिंग कार्य थुम्बा के मस्टरोल में मेट अरुणा कंवर ने 10 महिला श्रमिकों की फ़र्जी उपस्थिति दर्ज की गई। तालाब खुदाई पर पिचिंग कार्य के मस्टरोल के मेट
नीलम कंवर के 121 श्रमिक मे से 79 अनुपस्थिति कार्य स्थल पर 21 श्रमिक ही मौजूद मिले । कई अनुपस्थित महिला श्रमिकों की जगह दोबारा श्रमिकों को खड़ा कर फोटो अपलोड किया और फर्जी हाजरी भरी गई।
वही डायानाड़ा खुदाई पिचिंग व रिनोवेशन कार्य के मस्टरोल में मेट भूराराम ने दूसरे श्रमिकों को खड़ा कर फोटो अपलोड कर 6 श्रमिकों की फर्जी उपस्थिति दर्ज की गई। मेट गुड़िया ने 10 श्रमिको की फ़र्जी उपस्थिति दर्ज की गई।
वही फ़ारसिया नाड़ा का जीर्णोद्धार कार्य के मस्टरोल में देवी और भेरूसिंह के 62 श्रमिकों में से 36 श्रमिक कार्य स्थल पर मौजूद मिले ,
वही मेट को मीडिया की भनक लगने पर श्रमिकों की बिना उपस्थिति दर्ज किए ही मस्टरोल लेकर चला गया। मेट भेरूसिंह के द्वारा भी फर्जी उपस्थिति दर्ज की गई।
मेट गिरधारीराम ने 15 श्रमिकों में से 13 श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की गई और 4 महिलाओं की फर्जी महिलाओं के फोटो अपलोड कर उपस्थित दर्ज की, वही मीडिया टीम को मौके पर पांच श्रमिक की मौजूद मिले।पिछले पूरे मस्टरोल में यही स्थिति।
◆ पिछ्ले मस्टरोल में भी ऑनलाइन उपस्थिति में फर्जीवाड़ा
पिछले कई मनरेगा मस्टरोल में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज में बड़ा फर्जीवाड़ा का राज खुलेगा। जिसमें कई श्रमिक महिलाओं को अनुपस्थित श्रमिकों के स्थान पर दोबारा खड़ा कर फोटो अपलोड कर देते हैं और फर्जीवाड़े से उपस्थिति दर्ज की गई।
◆ ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद भी नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीण प्रवीण कुमार ने बताया कि फर्जीवाड़े के मामले में पहले प्रशासन को ज्ञापन देकर अवगत कराया, लेकिन अभी तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और काफी समय से ऐसे ही फर्जीवाड़ा चल रहा है। कई श्रमिक मनरेगा में हाजिरी भरवा कर अपने कृषि कुएं पर कार्य करने हेतु जाते हैं।
◆ फर्जीवाड़ा मामले में पहले भी दो मेट हो चुके है ” ब्लैकलिस्ट “
ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा में फर्जीवाड़ा करने से पहले भी दो मेट ब्लैक लिस्ट हो चुके हैं लेकिन प्रशासन ने पुनः बहाल कर दिया ,तो फिर मजदूरों की फर्जी उपस्थिति दर्ज कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
इनका कहना है – मेरे जानकारी में ऐसा प्रकरण नही आया है अगर ऐसा कोई फर्जीवाड़ा हुआ या हो रहा है तो जांच करवाएगे और दोषी के खिलाफ कारवाई करेंगे।
लाखाराम देवासी ,(कार्यवाहक) विकास अधिकारी ,पंचायत समिति आहोर।