भाद्राजून । कस्बे के निकटवर्ती थुम्बा स्थित संचित भूमि पर वर्ष 2014 में जल संचयन के उद्देश्य से जल भागीरथी फाउंडेशन द्वारा 17 लाख की लागत से सेंड डेम का निर्माण किया गया था। जिसमे 3 लाख की राशि का सहयोग स्थानीय कमेठी द्वारा किया गया। जलभागिरथी के स्थानीय कमेठी के अध्यक्ष महावीर सिंह पाणवा ने बताया कि यह राजस्थान के पश्विमी क्षेत्र में बनने वाला पहला बांध था। वही वर्ष 2014 में आसपास की कृषि भूमि में जल स्तर बढ़ाने व मीठे पानी के उद्देश्य से आस्ट्रेलिया व केनरा, यूके के भू वैज्ञानिको ने यहाँ पर सर्वे कर सेंड बनवाया था। दरसल यह सेंड डेम यानी रेत बांध एक सरल, कम लागत, कम रखरखाव व दोहराई जा सकने वाली वर्षा जल संचयन तकनीक है। यह पद्दति घरेलू और कृषि उपयोग के लिए स्वच्छ, स्थानीय जल आपूर्ति प्रदान करने के लिए उपयुक्त है, साथ ही यह अर्ध-शुष्क क्षेत्रों के लिए उपयुक्त हैं। शुक्रवार को यूके और आयरलैंड रोटरी क्लब आपदा सहायता से जुड़े इंजीनियरो कोडिनेटर ने इस सेंड डेम का निरीक्षण किया। जिसमे उन्होंने बताया कि इस डेम के बनने के बाद 10 वर्षों में इस भूमि का जल स्तर बढ़ने के साथ पानी की गुणवत्ता में भी सुधार आया है। साथ ही डेम के आसपास के कुएं भी रिचार्ज हुए है। जल भागीरथी फाउंडेशन के स्थानीय कमेठी के अध्यक्ष महावीर सिंह पाणवा ने बताया कि सेंड डेम बनने के बाद आसपास के कृषि कुओं में जल स्तर भी बढ़ाने के साथ फसलों, फल सब्जियों की पैदावार में भी इजाफा हुआ है।