जालोर।जिला मुख्यालय के तहसील में तहसीलदार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिवेसना जालोर द्वारा संभागीय आयुक्त जोधपुर के नाम एडीएम शैलेंद्र सिंह के मार्फत जिला कलेक्टर निशांत जैन को ज्ञापन दिया है।
ज्ञापन में जालोर शिवसेना जिला प्रमुख रूप राज राजपुरोहित ने बताया की जालोर तहसीलदार पारसमल राठौड पिछले लम्बे समय से जालोर तहसीलदार पद पर कार्यरत है। जब से जालोर तहसीलदार पद ग्रहण किया है तब से उनका कार्यकाल विवाद मे रहा है व भृष्ट आचरण के व्यक्ति होने के कारण जनता ने इनके खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है, लेकिन तहसीलदार पारसमल राठौड को राजनितिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण भ्रष्टाचार करने में इनका होसला बुलन्द है। पिछले अप्रेल महिने में एक पीडित व्यक्ति कुयाराम सरगरा से जालोर तहसीलदार ने 2 लाख रूपये की मांग की, कहा कि तेरा म्युटेशन भरना है तो 2 लाख रूपये दो, नहीं तो तेरा म्युटेशन नहीं भरूंगा। उसके बाद कुयाराम सरगरा जालोर तहसीलदार के खिलाफ 40 दिन धरने पर बैठा था। फिर भी उसका म्युटेशन 8 महिने तक बिना किसी वजह से रोककर रखा तो कुयाराम ने भ्रष्टाचार ब्युरों को शिकायत की, तब भ्रष्टाचार ब्यूरो महानिदेशक जयपुर ने जालोर तहसीलदार के खिलाफ परिवाद संख्या-3099/2023 दर्ज किया गया। इसलिए शिवेसना जालोर आपसे निवेदन करती है कि पिछले 6 महिने के बाद विधानसभा चुनाव है व वोटर लिस्ट सहित तमाम चुनाव के कार्य बाकी है। जालोर तहसीलदार भ्रष्ट आचरण के होने के कारण किसी राजनितिक पार्टी से सांठ-गांठ कर चुनाव में पक्ष पात कर सकता है। इसलिए जालोर तहसीलदार को विधानसभा चुनाव तक राजस्थान में कही भी तहसीलदार की पोस्टींग नहीं देने की मांग की है।
इसी दौरान ज्ञापन में शिवसेना जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित, शिवेसना जिला कोषाध्यक्ष हडमानाराम चौधरी, आहोर तहसील सहसचिव कुयाराम हीरागर, पंकज भारती, मनोहरसिंह, रितेश गहलोत, दिनेश गोयल आदि मौके पर उपस्थित रहें।
तहसीलदार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिवेसना द्वारा संभागीय आयुक्त के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
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